प्रिय बंधुओं,
यहां कुछ बहुमुल्य जानकारी उपलब्ध
करवाई जा रही है।
जो मेरे भाई-बहिन प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी मे दिन-रात लगे हुए है या वो जो अपने ज्ञान मे वृद्धि करने के इच्छुक है या बहुत कुछ जाननें के प्रति दृढ़ संकल्पित है। वैसे सफलता का कोई आसान रास्ता नही होता पर छोटी-छोटी पगडंडियों से राह सुगम हो जाती है।
पहले के समय मे जहां गणित,और विज्ञान की पढाई पर ही बल दिया जाता था।गणित और विज्ञान को कठिन विषय समझा जाता था।जिसका डर आज भी बच्चो के दिलों-दिमाग पर छाया हुआ है।
वर्तमान दौर मे इतिहास एवं सामान्य ज्ञान पर ही बल दिया जा रहा है क्योंकि प्रतियोगी परीक्षाओं मे अधिक अंक लाने के लिए आपको सामान्य ज्ञान होना बहुत जरूरी है और समय की मांग भी है।
तो मित्रों शुरू से ही यदि हम सामान्य ज्ञान का अध्ययन निरन्तर करते रहे तो हमें ज्यादा परेशानियों का सामना नही पड़ता।
सामान्य ज्ञान याद रखने का केवल और केवल एक ही तरीका होता है सुबह सुबह ध्यान एवं योगा और सामान्य ज्ञान का समय समय पर दोहराव।
अंत मे मै उम्मीद करता हूं कि प्रस्तुत जानकारी आप लोगो के लिए उपयोगी होगी।
अगर लिखते समय कोई भूल हुई हो या आप कोई सुझाव देना चाहे कि आप किसके बारें मे जानकारी चाहते है तो कृपया करके मुझे अवगत करायें।
अगर मेरी वजह से किसी भी भाई बहिन के ज्ञान मे वृद्धि हुई तो मै अपने आपको भाग्यशाली समझूंगा।
*प्रसिद्ध मस्जिदे:
Trick: उस ईद मे आना इक अलाउ है।
उस----ऊषा मस्जिद----बयाना(भरतपुर)
ईद----ईदगाह मस्जिद----जयपुर
मे----मेड़ता की मस्जिद----मेड़ता(नागौर)
आ----अकबर की मस्जिद----जयपुर
ना----नालीसर की मस्जिद----जयपुर
इक----इकमीनार मस्जिद----जोधपुर
अलाउ----अलाउद्दीन की मस्जिद----जालोर
*प्रसिद्ध दरगाह:
Trick:हम फनकार है शसायद
ह-----हजरत दीवान शाह की दरगाह--कपासन(चित्तौड़)
म-----मीठेशाह की दरगाह--गागरोण(झालावाड़)
फ-----फखरुद्दीन की दरगाह--गलियाकोट(डूंगरपुर)
न-----नरहड़ शरीफ की दरगाह--नरहड़(झुंझुनू)
क-----कमरुद्दीन की दरगाह--नरहड़(झुंझुनू)
श-----शक्कर बाबा पार(बागड़ का धणी)-नरहड़(झुंझुनू)
सायद-----सैयद बादशाह की दरगाह--शिवगंज(सिरोही)
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