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विभिन्न विकासात्मक कार्यक्रम और उनके स्थापना वर्ष


प्रिय बंधुओं,
               यहां कुछ बहुमुल्य जानकारी उपलब्ध
करवाई जा रही है।
जो मेरे भाई-बहिन प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी मे दिन-रात लगे हुए है या वो जो अपने ज्ञान मे वृद्धि करने के इच्छुक है या बहुत कुछ जाननें के प्रति दृढ़ संकल्पित है। वैसे सफलता का कोई आसान रास्ता नही होता पर छोटी-छोटी पगडंडियों से राह सुगम हो जाती है।
पहले के समय मे जहां गणित,और विज्ञान की पढाई पर ही बल दिया जाता था।गणित और विज्ञान को कठिन विषय समझा जाता था।जिसका डर आज भी बच्चो के दिलों-दिमाग पर छाया हुआ है।
वर्तमान दौर मे इतिहास एवं सामान्य ज्ञान पर ही बल दिया जा रहा है क्योंकि प्रतियोगी परीक्षाओं मे अधिक अंक लाने के लिए आपको सामान्य ज्ञान होना बहुत जरूरी है और समय की मांग भी है।
तो मित्रों शुरू से ही यदि हम सामान्य ज्ञान का अध्ययन निरन्तर करते रहे तो हमें ज्यादा परेशानियों का सामना नही पड़ता।
सामान्य ज्ञान याद रखने का केवल और केवल एक ही तरीका होता है सुबह सुबह ध्यान एवं योगा और  सामान्य ज्ञान का समय समय पर दोहराव।
अंत मे मै उम्मीद करता हूं कि प्रस्तुत जानकारी आप लोगो के लिए उपयोगी होगी।
अगर लिखते समय कोई भूल हुई हो या आप कोई सुझाव देना चाहे कि आप किसके बारें मे जानकारी चाहते है तो कृपया करके मुझे अवगत करायें।
अगर मेरी वजह से किसी भी भाई बहिन के ज्ञान मे वृद्धि हुई तो मै अपने आपको भाग्यशाली समझूंगा।






दोस्तो ये छोटी सी ट्रिक आपको 10 विकास कार्यक्रम याद करवा देगी।सभी स्थापना वर्ष के क्रमानुसार है।

Trick:सूखी अरावली मे मरने से पहले सहर की माडी बाई और महिला इंदिरा ने मेवा खाए गाँव मे।

१.सूखी-सूखा आशंकित क्षेत्र-1974-75
२.अरावली-अरावली विकास कार्यक्रम-1974-75

३.मरने से-मरु विकास कार्यक्रम-1977-78
४.सहर की-सहरिया विकास कार्यक्रम-1977-78

५.माडी-माडा कार्यक्रम-1978-79
६.बाई-बायोगैस कार्यक्रम-1981-82

७.महिला-महिला विकास कार्यक्रम-1984
८.इंदिरा-इंदिरा आवास योजना-1985-86

९.मेवा खाए-मेवात क्षेत्र विकास कार्यक्रम-1987
१०.गाँव मे-अपना काम अपना गाँव-1 जनवरी 1991

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