प्रिय बंधुओं,
यहां कुछ बहुमुल्य जानकारी उपलब्ध
करवाई जा रही है।
जो मेरे भाई-बहिन प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी मे दिन-रात लगे हुए है या वो जो अपने ज्ञान मे वृद्धि करने के इच्छुक है या बहुत कुछ जाननें के प्रति दृढ़ संकल्पित है। वैसे सफलता का कोई आसान रास्ता नही होता पर छोटी-छोटी पगडंडियों से राह सुगम हो जाती है।
पहले के समय मे जहां गणित,और विज्ञान की पढाई पर ही बल दिया जाता था।गणित और विज्ञान को कठिन विषय समझा जाता था।जिसका डर आज भी बच्चो के दिलों-दिमाग पर छाया हुआ है।
वर्तमान दौर मे इतिहास एवं सामान्य ज्ञान पर ही बल दिया जा रहा है क्योंकि प्रतियोगी परीक्षाओं मे अधिक अंक लाने के लिए आपको सामान्य ज्ञान होना बहुत जरूरी है और समय की मांग भी है।
तो मित्रों शुरू से ही यदि हम सामान्य ज्ञान का अध्ययन निरन्तर करते रहे तो हमें ज्यादा परेशानियों का सामना नही पड़ता।
सामान्य ज्ञान याद रखने का केवल और केवल एक ही तरीका होता है सुबह सुबह ध्यान एवं योगा और सामान्य ज्ञान का समय समय पर दोहराव।
अंत मे मै उम्मीद करता हूं कि प्रस्तुत जानकारी आप लोगो के लिए उपयोगी होगी।
अगर लिखते समय कोई भूल हुई हो या आप कोई सुझाव देना चाहे कि आप किसके बारें मे जानकारी चाहते है तो कृपया करके मुझे अवगत करायें।
अगर मेरी वजह से किसी भी भाई बहिन के ज्ञान मे वृद्धि हुई तो मै अपने आपको भाग्यशाली समझूंगा।
पर्यावरण शब्द दो शब्दो से मिलकर बना है-
परि+ आवरण। जिसमे परि का अर्थ है चारो ओर तथा आवरण का अर्थ है ढकने वाला। इसका मतलब हमारे चारो ओर जो कुछ भी है पर्यावरण है।
पर्यावरण की परिभाषाएँ-
निम्बर्ट के अनुसार-"पर्यावरण मे वह सब कुछ आता है जो किसी व्यक्ति को चारो ओर से घेरे हुए है और उन पर सीधा प्रभाव डालता है।"
रॉस के अनुसार-"कोई भी बाहरी शक्ति जो हमें प्रभावित करती है,पर्यावरण ही होती है।"
वुडवर्थ के अनुसार-"पर्यावरण में वे तत्व आते
हैंं जिन्होने व्यक्ति को जीवन आरंभ करने के समय से प्रभावित किया है।"
बोरिंग लिंगफिल्ड के अनुसार-"एक व्यक्ति के पर्यावरण में वे सभी उत्तेजनाएँ शामिल हैं जिन्हें जन्म से मृत्यु तक ग्रहण करता है"
जॉन लॉक के अनुसार-"बालक के विकास में पर्यावरण सर्वोपरि है क्योकि बालक जन्म के समय कोरी स्लेट होता है जिसे टेबूला रासा कहते है"
मैकाइवर व पेज के अनुसार-"जीवन की प्रत्येक घटना वातावरण और वंशानुक्रम का ही प्रभाव है
लैडिस व लैडिस के अनुसार-"वंशानुक्रम हमे कार्यशैली व पूँजी प्रदान करता है तो वातावरण हमें इस पूँजी के विनियोग का अवसर देता है"
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