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बुद्धि-लब्धि एवं बुद्धि के प्रकार



प्रिय बंधुओं,
               यहां कुछ बहुमुल्य जानकारी उपलब्ध
करवाई जा रही है।
जो मेरे भाई-बहिन प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी मे दिन-रात लगे हुए है या वो जो अपने ज्ञान मे वृद्धि करने के इच्छुक है या बहुत कुछ जाननें के प्रति दृढ़ संकल्पित है। वैसे सफलता का कोई आसान रास्ता नही होता पर छोटी-छोटी पगडंडियों से राह सुगम हो जाती है।
पहले के समय मे जहां गणित,और विज्ञान की पढाई पर ही बल दिया जाता था।गणित और विज्ञान को कठिन विषय समझा जाता था।जिसका डर आज भी बच्चो के दिलों-दिमाग पर छाया हुआ है।
वर्तमान दौर मे इतिहास एवं सामान्य ज्ञान पर ही बल दिया जा रहा है क्योंकि प्रतियोगी परीक्षाओं मे अधिक अंक लाने के लिए आपको सामान्य ज्ञान होना बहुत जरूरी है और समय की मांग भी है।
तो मित्रों शुरू से ही यदि हम सामान्य ज्ञान का अध्ययन निरन्तर करते रहे तो हमें ज्यादा परेशानियों का सामना नही पड़ता।
सामान्य ज्ञान याद रखने का केवल और केवल एक ही तरीका होता है सुबह सुबह ध्यान एवं योगा और  सामान्य ज्ञान का समय समय पर दोहराव।
अंत मे मै उम्मीद करता हूं कि प्रस्तुत जानकारी आप लोगो के लिए उपयोगी होगी।
अगर लिखते समय कोई भूल हुई हो या आप कोई सुझाव देना चाहे कि आप किसके बारें मे जानकारी चाहते है तो कृपया करके मुझे अवगत करायें।
अगर मेरी वजह से किसी भी भाई बहिन के ज्ञान मे वृद्धि हुई तो मै अपने आपको भाग्यशाली समझूंगा।






१.25 से कम---जड़ या महामूर्ख

२.25 से 49---मूढ बुद्धि

३.50 से 69---अल्प या मूर्ख बुद्धि

४.70 से कम---निश्चित क्षीण बुद्धि

५.70 से 79---निर्बल या क्षीण बुद्धि

६.80 से 89---मंद बुद्धि या पिछड़े

७.90 से 109---सामान्य या औसत बुद्धि

८.110 से 119---प्रखर या तीव्र बुद्धि

९.120 से 139---अति प्रखर बुद्धि

१०.140 या उससे अधिक---प्रतिभाशाली बुद्धि

*अल्फ्रेड बिने ने साइमन के साथ मिलकर 1905ई.मे 'बिने साइमन बुद्धि परीक्षण बनाया।

*टरमन ने बिने साइमन परीक्षण मे संशोधन करके इसे 'स्टैनफोर्ड बिने परीक्षण'नाम दिया।

*स्टर्न ने बुद्धि लब्धि का सूत्र 1912मे दिया।

         I.Q.=मानसिक बुद्धि/वास्तविक बुद्धि*100

*1916 मे टरमन द्वारा इस सूत्र का प्रयोग किया गया।


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